पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाने के लिए युवाओं ने भरी हुँकार★प्रदेश होगा छोटा तो बढेगा रोजगार
विरेन्द्र चौधरी
पश्र्चिमांचल निर्माण संगठन के पदाधिकारियों एक कार्यशाला मानसरोवर मुरादाबाद में आयोजित कर 25 जिलों के पश्चिमी यूपी को अलग राज्य गठन की मांग की।
जिला अध्यक्ष अमित चाहल ने कहा यूपी में 24 करोड़ जनंसख्या और 75 जिलों के बड़े आकार के कारण यह रोजगार, चिकित्सा, शिक्षा सभी क्षेत्रों में पिछड़ कर हाशिये पर पहुँच गया है।
आयोजक नकुल कुमार ने कहा कि युवाओं की भलाई छोटे प्रदेश में ही है। छोटा प्रदेश होगा तो रोजगार भी मिलेगा और नई यूनिवर्सिटी, नए उद्योग धंधे भी स्थापित होंगे जिससे अन्य राज्यों को युवाओं का पलायन भी रुकेगा।
दीपक सिंह क्षेत्र पंचायत सदस्य ने कहा की सरकारों के क्षेत्रवाद के कारण पश्चिमी यूपी में न कोई उच्च स्तरीय विश्विद्यालय है न ही आईआईटी, एक हाईकोर्ट है वो भी इतनी दूर और तो और एकमात्र हाइकोर्ट बेंच को भी लखनऊ में बना दिया गया। खेलों की प्रतिभाओं को निखारने के लिये एक भी स्टेडियम नहीं है। जबकि हमारे पड़ोसी राज्यों में अपार सुविधाएं हैं।
सूर्य प्रताप जी ने कहा कि खड़ीबोली की पहचान और संस्कृति के आधार पर पश्चिमी यूपी को अलग राज्य बनाया जाना चाहिए। आने वाली पीढ़ी के सुखद भविष्य के लिए छोटा राज्य का निर्माण भारत निर्माण की बड़ी कड़ी बनकर उभरेगा।
इसमें नकुल कुमार को अमरोहा जिला कार्यकारिणी युवा का सदस्य मनोनीत किया गया और उन्हें प्रमाण पत्र सौंपा गया।
कार्यशाला में प्रशांत, आदित्य सिरोही, सुरेंद्र सिंह , सुशांत राहल, सुनील, आदित्य और मोहित चौधरी, राजन सिंह आदि उपस्थित रहे।