
भगवान परशुराम के नाम पर हिंदुओं मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वाली सपा व बसपा पार्टी पर लगाया जाए प्रतिबंध – अखण्ड भारत विकास पार्टी
विरेन्द्र चौधरी
आज दिनांक 10 8 2020 की प्रातः 11 बजे अखंड भारत विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह मिगलानी ने पार्टी मुख्यालय ट्रांसपोर्ट नगर पर एक मीटिंग का आयोजन सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए किया ।
मीटिंग को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह मिगलानी जी ने कहा कि आज समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती जी द्वारा जिस तरह से भगवान परशुराम जी की मूर्ति की स्थापना के बड़े-बड़े बयान जारी किए जा रहे हैं । ऐसा क्या कारण है कि कोई भी चुनाव नजदीक आते ही समस्त राजनीतिक दल जातिवाद में भगवानों को फंसा देते हैं और उनके नाम पर राजनीति करना शुरू कर देते हैं । अखंड भारत विकास पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सरदार अवतार सिंह मिगलानी भारत निर्वाचन आयोग को पत्र प्रेषित कर आयोग से इन दलों के पंजीकरण को निरस्त करने की मांग मांग करते हैं कि सपा बसपा राजनीतिक दलों पर प्रतिबंध लगाया जाए और सभी दलो को जातिवाद में भगवानों के नाम पर किसी भी तरह का प्रचार ना करने पर प्रतिबंध लगाया जाए, जिससे देश में तनावपूर्ण माहौल की स्थिति पैदा ना हो सके।
मीटिंग का संचालन कर रहे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमेश ग्रोवर ने कहा कि आज देश के हालात केंद्र व प्रदेश सरकार की गलत नीतियों के कारण लॉकडाउन के चलते लोग भूखे मर रहे हैं और रोजगार देने की बजाय हमें उल्टा ही जातिवाद की राजनीति में धकेला जा रहा है जो कि बहुत ही निंदनीय है। भगवान परशुराम सभी के हैं तो फिर इन पर राजनीति क्यों ?
मीटिंग में उपस्थित उत्तर प्रदेश चुनाव प्रभारी एवं आईटी सेल के प्रभारी श्री अश्विनी कुमार जी ने अरविंद कुमार चौधरी राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के साथ अपने विचार साझा करते हुए कहा कि कोई भी दल देश पर देश की जनता की सुध बुध नहीं ले रहा है, किसी के पास रोजगार नहीं है आमजन को खाने के लाले पड़े हुए हैं और तो और देश के अंदर महामारी के दौरान हजारों परिवारों के सदस्य अपनी नौकरियों से वंचित हो गए हैं।
मीटिंग में उपस्थित ब्राह्मण गौरव मंच के संचालक पंडित सतेंद्र शर्मा ने कहा कि अब अचानक ब्राह्मणों के प्रति सभी राजनैतिक दलों के दिलों में इतना प्रेम उमड़ने का कारण सभी जानते हैं । ये राजनैतिक दल तब कहां गए थे जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार द्वारा भगवान परशुराम जयंती की छुट्टी को रद्द किया गया था, तब इन दलों ने विरोध क्यों नहीं किया । अभी गत दिनों एक दलित संगठन के मुखिया ने अपनी ट्यूटर आईडी पर ब्राह्मणों का बहिष्कार करने की घोषणा तक कर डाली।
मीटिंग में उपस्थित पार्टी उपाध्यक्ष प्रदीप शर्मा व विनीत शर्मा ने संयुक्त रूप से कहा कि आज फिर राजनैतिक दलों को ब्राह्मणों की सुध आई, कभी जातिगत कानूनों की आड़ में तो कभी आरक्षण की तलवार से आज तक ब्राह्मणों को काटने का प्रयास किया। क्या कोई सरकारी योजना ब्राह्मणों के नाम पर आज तक चलाई गई।
पार्टी के संगठन प्रभारी पवन कुमार शर्मा व राष्ट्रीय महासचिव सतीश कुमार त्यागी ने कहा कि गत वर्षों रामदेव ने अपने सीरियल के माध्यम से ब्राह्मणों का अपमान किया था तब किसी भी राजनैतिक दल ने ब्राह्मणों के सम्मान के लिए उसका विरोध नही किया ।
मीटिंग में उपरोक्त के अतिरिक्त संजय रसवंत, नितिन अरोड़ा, सरदार रणजीत सिंह, सरदार हरजीत सिंह, विजेन्द्र कश्यप, सलीम अहमद, जिलाध्यक्ष मुन्फैत, सुभाष, दिशांत गोस्वामी लक्की मिगलानी, आनंद शर्मा आदि कार्यकर्ताओ ने अपने अपने विचार रखे ।